भक्ति सभा को लेकर डीआईजी गंभीर
मुजफ्फरपुर, अपराध संवाददाता : बिहार भक्ति सभा
में आये पीडि़तों के आवेदनों को थानों में लंबित रखे जाने को डीआईजी अरविन्द
पांडेय ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार को जिले के लगभग ढाई दर्जन थानाध्यक्षों
के साथ उन्होंने बैठक की। बैठक में डीआईजी ने भक्ति सभा के आवेदनों को गंभीरता
से लेते हुए शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया है। डीआईजी ने कहा कि भक्ति सभा
में आपसी व भूमि विवाद से संबंधित अधिकांश मामले निपटे हैं, जिससे जिले में
लंबित मामलों की संख्या में काफी कमी आयी है। उन्होंने बताया कि जिन थानों में
25 से अधिक भक्ति सभा के मामले लंबित हैं, वैसे थानाध्यक्षों को बैठक में
बुलाकर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया है। बैठक में डीआईजी ने थानाध्यक्षों को
पीडि़तों से व्यवहार करने के तौर-तरीके भी बताये। डीआईजी ने कहा कि प्रेम व
सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों पक्षों को थाना पर बुलाकर समझौता करायें।
डीआईजी ने कहा कि पूर्व में कुछ थानाध्यक्ष व पुलिस अफसर ऐसे थे जिन्होंने
भक्ति सभा को बदनाम करने की कोशिश की। हालांकि, वे अभी निलंबित हैं। पीडि़तों
के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत मिलने के
बाद पांच दारोगा व जमादार पर कार्रवाई के लिए एसपी को निर्देश दिया गया है।
बैठक में नगर, मिठनपुरा, अहियापुर, सकरा, सदर, काजीमुहम्मदपुर, गायघाट, सरैया,
ब्रह्मपुरा समेत दो दर्जन थानाध्यक्ष उपस्थित थे।
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