
तिरहुत क्षेत्र के डीआईजी अरविन्द पांडेय ने बिहार भक्ति सभा के तहत बेला थाना क्षेत्र के चार वर्षो से चल रहे पिता-पुत्र के विवाद को सुलझाया। बेला मोहल्ला निवासी मोनन प्रसाद के खिलाफ उनके पुत्र अजय कुमार ने मारपीट व लूटपाट का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था। मामला असत्य साबित होने के बाद पुत्र द्वारा पिता पर तरह-तरह के दबाब बनाया जाने लगा। शुक्रवार को डीआईजी के जनता दरबार में दोनों को बुलाकर बिहार भक्ति सभा के तहत मामलों का निपटारा कराया गया। इस क्रम डीआईजी ने कहा कि झूठे मुकदमेबाजी से यहां के लोग हटे। झूठे मुकदमेबाजी को अलग करने के बाद ही बिहार में आर्थिक क्रांति आयेगी। इसके अलावा कई वर्षो से कोर्ट का चक्कर लगाकर थक चुके सीतामढ़ी व शिवहर के दो मामले को बिहार भक्ति सभा के तहत निपटाने का निर्देश दिया है। डीआईजी ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में दोनों पक्षों को बुलाकर मुकदमेबाजी नहीं करेंगे का शपथ दिलाने के बाद मामलों का निपटारा का निर्देश दिया। सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के थुम्वा गांव निवासी मुखदेव साह पर दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा पांच-पांच झूठी प्राथमिकी दर्ज है। डीआईजी के जनता दरबार में पहुंचे मुखदेव की गुहार पर उन्होंने दोनों पक्ष को दो दिन के भीतर बुलाया है तथा निष्पादन का निर्देश दिया है। वहीं, शिवहर के तरियानी थाना क्षेत्र के चंद्रेश्वर सिंह भूमि विवाद के मामले को भी बिहार भक्ति सभा के तहत निपटाने का निर्देश दिया है।