
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता : स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर बुधवार को विभिन्न संगठनों की ओर से अलग-अलग स्थानों पर संगोष्ठी व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया और उनके बताये मार्गो पर चलने का संकल्प लिया। आदर्श बिहार छात्र संघ की ओर से विवि सीनेट हॉल में आयोजित कार्यक्रम में डीआईजी अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि युवा वर्ग कर्तव्यों के पालन के लिए नेताजी की कुर्बानी से सीख लें। मुख्य अतिथि अनिल प्रकाश ने कहा कि देश को सही दिशा तभी मिलेगी जब युवा वर्ग अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करें। डा. एसएन तिवारी ने कहा कि देश पुन: गुलामी के कगार पर न पहुंचे। इसके लिए युवा वर्ग को आगे आना होगा। इस अवसर पर गणेश प्रसाद सिंह, मनीष कुमार, ध्रुव कुमार सिंह, सतीश कुमार साथी, हरेन्द्र प्रसाद शर्मा, सुमन कुमार, संजीत कुमार आदि ने विचार व्यक्त किया। स्नातकोतर इतिहास विभाग में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा. पद्माशा झा ने कहा कि नेताजी ने देशवासियों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिलाया। डा. वीरेन्द्र कुमार,डा. मंजू सिन्हा, डा. रवि वर्मा, डा. शैलेन्द्र कुमार झा, डा. पंकज कुमार राय, रवि रौशन आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। एआईडीएसओ की ओर से मोतीझील स्थित संगठन कार्यालय में शिवचंद्र पासवान की अध्यक्षता में आयोजित जयंती समारोह में पूर्व जिलाध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा कि सुभाष बोस गैर समझौतावादी धारा के अमूर्त प्रतीक थे। जिला सचिव आशुतोष कुमार ने कहा कि राजनीति व्यक्तिगत स्वार्थसिद्धि का क्षेत्र नहीं बल्कि ऊंचे स्तर की हृदयवृत्ति है। इस अवसर पर पन्ना लाल, विकास कुमार आदि कार्यकर्ताओं ने उनके कृतित्व पर प्रकाश डाला।